नई पेंशन स्कीम (UPS) लागू होने के बाद से साइबर ठगी के मामले बढ़ते जा रहे हैं। पेंशनर्स और फैमिली पेंशन पाने वाले लोग ठगों के निशाने पर हैं। फेक कॉल्स, ईमेल, और व्हॉट्सएप संदेशों के जरिए निजी जानकारी मांगी जा रही है। इन धोखाधड़ी भरी कोशिशों का उद्देश्य पेंशनर्स के बैंक खातों को निशाना बनाना है। अगर ऐसी किसी संदिग्ध गतिविधि का सामना हो, तो तुरंत सतर्क हो जाएं।
कैसे हो रही है पेंशन की ठगी?
फर्जी कॉल्स के जरिए साइबर ठग Pensioners से पीपीओ नंबर (PPO), जन्मतिथि, और बैंक डिटेल्स जैसी संवेदनशील जानकारी मांगते हैं। ठग CPAO का अधिकारी होने का दावा करते हैं और पेंशन बंद करने की धमकी देकर मानसिक दबाव डालते हैं।
ठगों की रणनीति इस प्रकार रहती है। ठग कहते हैं कि अगर जानकारी नहीं दी गई, तो 1 दिसंबर से पेंशन रोक दी जाएगी। फर्जी फॉर्म व्हॉट्सएप, ईमेल या एसएमएस के जरिए भेजे जाते हैं। गोपनीय जानकारी लेकर ठग बैंक अकाउंट खाली करने की कोशिश करते हैं।
CPAO की एडवाइजरी
सितंबर में CPAO (Central Pension Accounting Office) ने एडवाइजरी जारी कर बताया कि Pensioners को फर्जी कॉल्स और धोखाधड़ी से सतर्क रहना चाहिए। CPAO कभी भी फोन, ईमेल, या व्हॉट्सएप के जरिए जानकारी नहीं मांगता।
अपना PPO नंबर, जन्मतिथि या बैंक डिटेल्स किसी अज्ञात व्यक्ति से साझा न करें। किसी फर्जी फॉर्म को भरने या धमकी भरे संदेशों को नजरअंदाज करें। केवल सरकारी पोर्टल्स और आधिकारिक वेबसाइट्स पर भरोसा करें। बैंक अकाउंट पर नजर रखें और अनजान लेन-देन की शिकायत करें।
Pensioners को ठगों का निशाना क्यों बनाया जा रहा है?
ठगों के लिए Pensioners आसान शिकार होते हैं। Pensioners की आय का मुख्य स्रोत पेंशन होती है। साइबर ठगी के खतरों और उपायों के बारे में जानकारी का अभाव होना भी एक कारण होता है। पेंशन बंद होने की धमकी से भावनात्मक रूप से प्रभावित हो जाते हैं।
साइबर ठगी से बचने के उपाय
अपना OTP किसी को न बताएं। मजबूत पासवर्ड रखें और समय-समय पर बदलें। एंटीवायरस सॉफ़्टवेयर का इस्तेमाल करें। ठगी की कोशिश की रिपोर्ट साइबर क्राइम सेल में करें।
Pensioners की सुरक्षा के लिए सरकार ने कई पहलें की हैं, फर्जी कॉल्स की रिपोर्ट करने के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किया गया है। Pensioners जागरूकता प्रोग्राम के माध्यम से साइबर सुरक्षा के बारे में जानकारी दी जाती है। पेंशन की जानकारी केवल आधिकारिक माध्यमों पर ही अपडेट की जाती है।
1. CPAO कभी कॉल करके जानकारी मांगता है?
नहीं, CPAO Pensioners से फोन कॉल, ईमेल, या व्हॉट्सएप पर संपर्क नहीं करता।
2. फर्जी कॉल आने पर क्या करें?
ऐसी किसी भी कॉल को तुरंत नजरअंदाज करें और CPAO या साइबर क्राइम सेल को सूचित करें।
3. क्या मैं फॉर्म भरकर भेजूं अगर कोई कहे कि यह अनिवार्य है?
नहीं, किसी भी फॉर्म को बिना जांचे-परखे न भरें और सीधे संबंधित विभाग से पुष्टि करें।
4. क्या CPAO पेंशन बंद करने की धमकी देता है?
नहीं, CPAO कभी ऐसी धमकी नहीं देता।
Pensioners और उनके परिवारों को फर्जी कॉल्स और साइबर ठगी से सतर्क रहने की आवश्यकता है। CPAO की एडवाइजरी को ध्यान में रखते हुए सतर्कता बरतें और निजी जानकारी साझा करने से बचें। सरकारी पोर्टल्स और संबंधित विभागों से संपर्क करके ही कोई निर्णय लें।