मेट्रो सिटी में आमतौर पर दिखता है कि लोगो ने अपनी प्रॉपर्टी को लीज पर दे रखा है। यह लीज का टाइमपीरियड 30 से 99 साल तक को हो सकता है। यह बात इस प्रॉपर्टी, इसके स्वामी और लेने वाले के ऊपर डिपेंड होता है कि उनको कितने साल के लिए इसको बेचना और खरीदना है। काफी बार यह पूछा जाता है कि किसी फ्लैट की लीज 99 सालो की हो और ये खत्म ही चुकी है तो क्या यह फ्लैट छोड़ना होगा?
देश में प्रॉपर्टी की डिमांड बढ़ी
भारत में प्रॉपर्टी की मांग जोर पकड़ रही है और बड़े शहरों में तो फ्लैट की बिक्री काफी अधिक हो रही है। काफी लोग ने छोटे से बड़े शहरों की तरफ शौकिया या अपने काम के चलते रुख किया है। किंतु ये लोग समय बीतने के साथ ही वही बस जाते है। इन लोग के मन में अपना घर लेने की मंशा रहती है। कोरोना काल के बाद लोग बड़े घर की डिमांड करने लगे है चूंकि महामारी में उनको घर की कम जगह का पता चला।
99 सालो बाद प्रॉपर्टी का क्या होगा?
कोरोना काल के बाद से ही घरों के कारोबार में काफी तेजी दिखी है और इसमें अच्छे होम लोन भी अहम वजह है। अब लोगो के मन में होम लोन लेकर घर लेने को लेकर कोई डर नहीं है। ऐसे कम बजट होने पर भी लोगो को घर लेने में कोई दिक्कत नहीं आ रही है। किंतु शहर में लिए गए फ्लैट की लीज के खत्म हों जाने पर इसका क्या होगा?
शहरों में घरों को 2 तरीकों से बेचा जाता है। पहला 99 सालो की लीज पर और दूसरा स्थाई स्वामित्व के रूप में। जो भी लोग पहले वाले ऑप्शन से घर खरीदते हो तो इस बारे में नियम भी जाने कि लीज खत्म होने पर वो बेघर तो नहीं हो जाएंगे।
2 तरीकों की प्रॉपर्टी मिलेगी
प्रॉपर्टी के खरीदार ये जरूर जाने कि उनको 2 तरीके से प्रॉपर्टी मिलेगी – लीजहोल्ड और फ्रीहोल्ड। यह 2 टाइप की प्रॉपर्टी होती है। इनमें फ्रीहोल्ड की प्रॉपर्टी बो है जोकि जिसके ऊपर किसी दूसरे शख्स का अधिकार नहीं होता। इस प्रॉपर्टी के खरीदार के पास जमीन और मकान का पूर्ण स्वामित्व का अधिकार रहता है। वो अपनी मर्जी से इसमें बदलाव या बिक्री भी कर सकता है।
अब बात करें लीज होल्ड प्रॉपर्टी की तो यह कुछ निश्चित टाइमपीरियड तक या किन्हीं शर्तों पर किसी शख्स को मिलती है। काफी नगरों में ये 10 से 50 सालो का टाइम रहता है और सामान्य रूप से 99 सालो की लीज पर फ्लैट मिल जाते है। ये टाइमपीरियड पूरा होने पर इस प्रॉपर्टी का अधिकार उसके मालिक के पास लौट जाता है। पुश्तैनी जमीन को फ्रीहोल्ड कैटगरी में रखते है।