आज के समय में किसी को भी अचानक पैसों की जरूरत पड़ सकती है। इस स्थिति में अक्सर लोग पर्सनल लोन (Personal Loan) लेते हैं, लेकिन इसकी ब्याज दरें बहुत अधिक होती हैं। अगर आप सस्ते में वित्तीय सहायता चाहते हैं, तो ओवरड्राफ्ट (Overdraft) सुविधा एक बेहतरीन विकल्प हो सकता है। ओवरड्राफ्ट में पर्सनल लोन की तुलना में कम ब्याज दर पर पैसा मिलता है और इसका उपयोग जरूरत के अनुसार किया जा सकता है।
ओवरड्राफ्ट क्या है?
यह एक ऐसी सुविधा है, जिसमें आपका बैंक आपको अपने खाते की बैलेंस से अधिक राशि निकालने की अनुमति देता है। यह एक तरह का अल्पकालिक लोन है, जिसे आप सिर्फ जरूरत पड़ने पर इस्तेमाल कर सकते हैं और बाद में इसे चुकाकर अपने खाते को संतुलित कर सकते हैं। Overdraft की यह सुविधा सरकारी और प्राइवेट दोनों बैंकों में उपलब्ध होती है।
Overdraft के प्रकार: सिक्योर्ड और अनसिक्योर्ड
बैंक Overdraft सुविधा को दो श्रेणियों में बांटते हैं:-
1. सिक्योर्ड ओवरड्राफ्ट (Secured Overdraft)
- इसमें बैंक आपके द्वारा दिए गए संपत्ति जैसे शेयर, बॉन्ड्स, फिक्स्ड डिपॉजिट (FD), घर, या इंश्योरेंस पॉलिसी के बदले Overdraft प्रदान करता है।
- यह सुरक्षित होता है, क्योंकि इसमें गिरवी रखी गई संपत्ति बैंक के पास होती है।
- इस प्रकार की सुविधा के लिए बैंक बेहतर ब्याज दर और उच्चतम Overdraft सीमा प्रदान कर सकते हैं।
2. अनसिक्योर्ड ओवरड्राफ्ट (Unsecured Overdraft)
- अनसिक्योर्ड ओवरड्राफ्ट के लिए किसी कोलैटरल की आवश्यकता नहीं होती।
- यह उन लोगों के लिए उपयुक्त है, जिन्हें अचानक पैसे की जरूरत है, लेकिन उनके पास गिरवी रखने के लिए कोई संपत्ति नहीं है।
- इस प्रकार की सुविधा आमतौर पर सैलरी अकाउंट होल्डर्स को प्रदान की जाती है, और इसके लिए थोड़ी अधिक ब्याज दर हो सकती है।
कैसे लें ओवरड्राफ्ट?
- ऑनलाइन प्रक्रिया: कई बैंक अब ऑनलाइन पोर्टल या मोबाइल ऐप्स के माध्यम से Overdraft सुविधा प्रदान करते हैं।
- बैंक शाखा में आवेदन: यदि ऑनलाइन प्रक्रिया में असुविधा है, तो ग्राहक बैंक में जाकर आवेदन कर सकते हैं।
कुछ बैंकों में इस प्रक्रिया के लिए प्रोसेसिंग फीस भी होती है। इसके अलावा, जिन ग्राहकों की अच्छी साख होती है, उन्हें पहले से ही प्री-अप्रूव्ड Overdraft सुविधा मिल सकती है।
ओवरड्राफ्ट में कितना पैसा मिल सकता है?
यह इस बात पर निर्भर करता है कि बैंक के पास क्या कोलैटरल जमा किया गया है।
- सैलरी के आधार पर: आपकी सैलरी का 2-3 गुना तक बैंक ओवरड्राफ्ट दे सकते हैं।
- फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) के आधार पर: अगर आपने अपने बैंक में एफडी करवाई हुई है, तो बैंक आमतौर पर उसकी राशि के बराबर या उससे अधिक Overdraft लिमिट प्रदान कर सकते हैं।
इसलिए आपकी पेमेंट हिस्ट्री और बैंक के पास गिरवी रखी गई संपत्ति के आधार पर आपको Overdraft की सीमा मिलती है।
Overdraft का लाभ: कम ब्याज और अधिक सुविधाएँ
इस सुविधा का सबसे बड़ा लाभ यह है कि इसकी ब्याज दर पर्सनल लोन की तुलना में कम होती है। इसके अलावा, इसमें आपको ब्याज केवल उस राशि पर देना होता है जो आप निकालते हैं और जितने समय के लिए राशि का उपयोग करते हैं।
यदि आपने 50,000 रुपये निकाले हैं और उसे 10 दिन बाद चुका देते हैं, तो आपको ब्याज सिर्फ 10 दिनों के लिए ही देना होगा। यह एक लचीली सुविधा है, जिसमें आपकी जरूरत के अनुसार लोन लिया जा सकता है और जब चाहें वापस कर सकते हैं।
ओवरड्राफ्ट और पर्सनल लोन में अंतर
पर्सनल लोन | ओवरड्राफ्ट |
---|---|
एकमुश्त राशि लोन के रूप में मिलती है | जरूरत के अनुसार राशि निकाली जा सकती है |
फिक्स ब्याज दर और अवधि | जितने समय के लिए पैसे निकाले उतने समय का ब्याज |
ब्याज दर अधिक होती है | ब्याज दर कम होती है |
लोन चुकाने के लिए मासिक किस्त अनिवार्य | फ्लेक्सिबल भुगतान योजना |
Overdraft से जुड़े FAQs
1. क्या ओवरड्राफ्ट में प्रोसेसिंग फीस लगती है?
हाँ, कई बैंक Overdraft सुविधा के लिए प्रोसेसिंग फीस लेते हैं। इसकी जानकारी बैंक से प्राप्त की जा सकती है।
2. Overdraft का लाभ किसे लेना चाहिए?
जिन्हें अचानक से पैसे की जरूरत होती है और पर्सनल लोन की उच्च ब्याज दर से बचना चाहते हैं, उन्हें ओवरड्राफ्ट का लाभ लेना चाहिए।
3. क्या सैलरी अकाउंट होल्डर्स ओवरड्राफ्ट ले सकते हैं?
जी हाँ, सैलरी अकाउंट होल्डर्स को बैंक से आसानी से ओवरड्राफ्ट की सुविधा मिल सकती है।
4. क्या Overdraft में गिरवी रखने की आवश्यकता होती है?
यह इस पर निर्भर करता है कि आपने सिक्योर्ड या अनसिक्योर्ड ओवरड्राफ्ट लिया है। सिक्योर्ड ओवरड्राफ्ट के लिए कोलैटरल जरूरी है, जबकि अनसिक्योर्ड के लिए नहीं।
Overdraft सुविधा एक सुरक्षित, कम ब्याज वाली और आसान विकल्प है, जो आपकी जरूरत के अनुसार पैसे प्रदान करता है।