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Train Parcel: ट्रेन से कैसे पार्सल करते हैं बाइक-स्कूटर, जानिए अपने हर एक सवालों के जवाब

Train Parcel: बाइक या स्कूटर को एक शहर से दूसरे शहर भेजने के लिए रेलगाड़ी सबसे सरल विकल्प है। रेलवे के नियमों के तहत पार्सल या लगेज के रूप में बाइक भेजी जा सकती है। ऑनलाइन बुकिंग से प्रक्रिया आसान हो जाती है, और दलालों की जरूरत नहीं पड़ती।

By Akshay Verma
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एक सिटी से दूसरी सिटी जाने में बाइक, स्कूटर समेत दूसरे सामानों को ले जाने वाले लोगो के लिए ये न्यूज काफी फायदेमंद होगी। किसी बाइक या स्कूटर को दूसरे नगर में भेजने में से सबसे सरल ऑप्शन रेलगाड़ी से बाइक को भेजने का है। रेल से सामान भेजना काफी मुश्किल कार्य रहता है और काफी लोग अपनी चिंता को कम करने में दलाल को भी पैसे देते है जोकि इस काम का कमीशन लेता है।

जो लोग भी इंडियन रेलवे के नियमानुसार काम करेंगे तो उनको काफी सरलता से अपने सामान को अन्य शहरों में भेजने का मौका मिलेगा। यह काम बगैर दलाल के कमीशन से होगा।

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बाइक को पर्सनल से भेजे

  • पहले आपने रेलवे के पार्सल कार्यालय से बुकिंग करवानी है।
  • कार्यालय में आपने बाइक की RC की 2 फोटॉकॉपी को देना होगा।
  • फिर आपने बाइक के टैंक को पूरी तरह से खाली करना है।
  • जिस भी शहर में बाइक को भेजना हो तो उसका नाम स्पष्ट रूप से एक कार्डबोर्ड पर लिखे।
  • अपनी बाइक को सुरक्षा के साथ बांधे।
  • पार्सल ऑफिस से आपको एक फॉर्म में बाइक के नाम, बाइक कंपनी, रजिस्ट्रेशन संख्या, बाइक का वजन, बोर्डिंग और डेस्टिनेशन स्टेशन की डीटेल्स देनी है।
  • ये सभी ठीक से करने पर आपकी बाइक दूसरे शहर पहुंचेगी।

बाइक के लिए ऑनलाइन बुकिंग करना

  • सबसे पहले आप भारतीय रेल की वेबसाइट www.parcel.Indianrail.gov.in को ओपन करना है।
  • यहां पर रजिस्ट्रेशन करके लॉगिन कर लें।
  • ऑनलाइन फॉर्म में मूल और गंतव्य स्टेशन को दर्ज करें।
  • सिस्टम से मिली ट्रेन की लिस्ट में से एक ट्रेन को चुने।
  • अपना बुकिंग फ़ॉर्म भरे।
  • अब पोर्टल बाइक की ढुलाई की फीस बताएगा।
  • सिस्टम से मिले ई-फॉर्वर्डिंग नोट को गोदाम में जमा कराए।
  • ई-फॉर्वर्डिंग नोट प्रिंटआउट के साथ बाइक को मूल स्टेशन में दे।
  • बाइक का वजन करने के साथ ही ढुलाई खर्च का हिसाब होगा।
  • ढुलाई की फीस को देकर पर्ची (RR) ले।
  • बाइक के पहुंचे का SMS भी मिलेगा।
  • RR दिखाकर डेस्टिनेशन स्टेशन से बाइक ले।

बाइक को लगेज की तरफ ले जाना

  • रेलगाड़ी के समय से आधा घंटा पूर्व स्टेशन में आना है।
  • यहां बाइक को पार्सल के जैसे पैकिंग करें और अपने पास सफर का टिकट जरूर रखे।
  • बाइक लगेज कोच में रखकर आपके साथ भेजी जाएगी और लगेज चार्जेज भी लगेगा।
  • गाड़ी पकड़ने वाले स्टेशन से आपको एक बिल मिलेगा जोकि डेस्टिनेशन स्टेशन में दिखाना है।
  • याद रखे आपकी बाइक तभी जा सकेगी यदि लगेज कोच में जगह खाली हो।

बाइक ट्रांसफर करने में खर्च

बाइक को पार्सल या लगेज की तरह से भेजने में इसके चार्ज दूरी और बाइक के वजह के हिसाब से तय होंगे। ज्यादा दूरी होने पर ज्यादा खर्च पड़ेगा और बाइक का वजन भी खर्च पर असर डालेगा।

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