हाल ही में केंद्र सरकार ने पेंशनभोगियों के लिए एक महत्वपूर्ण घोषणा की है, जिसमें महंगाई भत्ते (DA) में 3% की बढ़ोतरी के बाद अब अतिरिक्त पेंशन का लाभ देने का निर्णय लिया गया है। इस फैसले का उद्देश्य पेंशनभोगियों के जीवन स्तर में सुधार लाना और उन्हें आर्थिक संबल प्रदान करना है। सरकार के अनुसार, यह अतिरिक्त पेंशन उम्र के साथ बढ़ती जाएगी, जिससे बुजुर्ग पेंशनभोगियों को उनकी बढ़ती आर्थिक आवश्यकताओं में मदद मिलेगी।
कार्मिक, लोक शिकायत और पेंशन मंत्रालय (DOPPW) द्वारा जारी किए गए नए दिशा-निर्देशों के तहत यह स्पष्ट किया गया है कि यह लाभ 80 वर्ष की आयु से ही लागू होगा, जिससे किसी भी तरह के भ्रम की स्थिति न रहे। पहले इस संबंध में यह असमंजस था कि पेंशन में यह वृद्धि 79 वर्ष पूरा करने के बाद मिलनी चाहिए या 80 वर्ष पूरा करने के बाद। अब DOPPW ने इस मुद्दे पर स्थिति साफ कर दी है।
CCS (पेंशन) नियम 2021 के तहत नए दिशा-निर्देश
CCS (पेंशन) नियम 2021 के नियम 44 के अनुसार, अब 80 वर्ष या उससे अधिक उम्र के पेंशनभोगियों को उनकी मौलिक पेंशन के अतिरिक्त वृद्धि का लाभ मिलेगा। इस नए नियम से पेंशनभोगियों को उनकी उम्र के अनुसार बढ़ी हुई पेंशन का लाभ मिल सकेगा, जिससे उनके आर्थिक स्तर में सुधार होगा।
सरकार के दिशा-निर्देशों के मुताबिक, पेंशन में यह वृद्धि उम्र के अनुसार इस प्रकार से लागू होगी:
- 80-85 वर्ष: मौलिक पेंशन का 20% अतिरिक्त
- 85-90 वर्ष: मौलिक पेंशन का 30% अतिरिक्त
- 90-95 वर्ष: मौलिक पेंशन का 40% अतिरिक्त
- 95-100 वर्ष: मौलिक पेंशन का 50% अतिरिक्त
- 100 वर्ष या उससे अधिक: मौलिक पेंशन का 100% अतिरिक्त
उदाहरण:
यदि किसी पेंशनभोगी का जन्म 20 अगस्त 1944 को हुआ है, तो 1 अगस्त 2024 से उसे उसकी मौलिक पेंशन का 20% अतिरिक्त मिलने लगेगा। यह अतिरिक्त राशि उनके लिए आर्थिक संबल के रूप में काम करेगी और उन्हें बढ़ती हुई जीवन आवश्यकताओं में मदद मिलेगी।
पेंशन में बढ़ोतरी लागू होने की तिथि
नए नियमों के अनुसार, यह अतिरिक्त पेंशन उस महीने की पहली तारीख से प्रभावी होगी, जिस महीने पेंशनभोगी 80 वर्ष या उससे अधिक उम्र का हो जाएगा। इस प्रक्रिया को सुचारू रूप से लागू करने के लिए संबंधित विभागों और बैंकों को निर्देश दिए गए हैं कि योग्य पेंशनभोगियों को यह अतिरिक्त लाभ समय पर मिल सके। सरकार का उद्देश्य है कि पेंशनभोगियों को किसी भी प्रकार की कठिनाई का सामना न करना पड़े और उन्हें आर्थिक सहूलियत आसानी से प्राप्त हो सके।
पेंशनभोगी संगठनों की मांग: 65 वर्ष से शुरू हो अतिरिक्त पेंशन लाभ
हालाँकि सरकार ने 80 वर्ष से पेंशन बढ़ोतरी का प्रावधान किया है, लेकिन पेंशनभोगी संगठनों का कहना है कि यह लाभ 65 वर्ष की आयु से ही लागू होना चाहिए। पेंशनभोगी संगठनों का तर्क है कि 80 वर्ष तक पहुंचने वाले पेंशनभोगियों की संख्या अपेक्षाकृत कम होती है, जिससे इस सुविधा का लाभ सभी पेंशनभोगियों को नहीं मिल पाता।
पेंशनभोगी संगठनों ने सुझाव दिया है कि:
- 65 वर्ष की आयु से 5% अतिरिक्त पेंशन
- 70 वर्ष की आयु से 10% अतिरिक्त पेंशन
इस तरह की मांगें सरकार के समक्ष रखी जा रही हैं ताकि अधिक से अधिक पेंशनभोगियों को इसका लाभ मिल सके।
इस फैसले का पेंशनभोगियों पर असर
सरकार द्वारा यह निर्णय बुजुर्ग पेंशनभोगियों के लिए जीवन में राहत लेकर आया है। उम्र बढ़ने के साथ स्वास्थ्य से जुड़े खर्चों में वृद्धि होती है, ऐसे में अतिरिक्त पेंशन पेंशनभोगियों के लिए एक सुरक्षित आर्थिक साधन बनेगी। 80 वर्ष से शुरू होकर 100 वर्ष या उससे अधिक की उम्र तक बढ़ती पेंशन पेंशनभोगियों की जीवन-स्तर को बनाए रखने में सहायक सिद्ध होगी।