भारत के सर्राफा बाजार में इस समय सोने और चांदी की कीमतों (Silver Prices) को लेकर उथल-पुथल मची हुई है। खासकर चांदी के रेट में बुधवार को एक दिन में 5200 रुपये का जबरदस्त उछाल आया है, जिससे यह 95,800 रुपये प्रति किलोग्राम तक पहुंच गई। यह उछाल न सिर्फ सर्राफा कारोबारियों बल्कि आम उपभोक्ताओं के लिए भी चौंकाने वाला था। इस लेख में हम देखेंगे कि आखिर क्यों चांदी की कीमतों में इतनी बड़ी तेजी आई और क्या आगे चांदी में निवेश करना लाभकारी रहेगा?
चांदी के रेट में अचानक उछाल
बुधवार को चांदी में एक साथ 5200 रुपये का उछाल देखा गया, जिससे इसकी कीमत 95,800 रुपये प्रति किलोग्राम तक पहुंच गई। यह उछाल भारत के सर्राफा बाजार में एक दिन का सबसे बड़ा उछाल था और बाजार में यह तेजी एक बड़े आश्चर्य के रूप में सामने आई। पिछले दो दिनों से चांदी की कीमतों में गिरावट देखी जा रही थी, और मंगलवार को चांदी 90,600 रुपये प्रति किलोग्राम पर बंद हुई थी।
इस तेजी का मुख्य कारण मजबूत वैश्विक रुख और स्थानीय आभूषण कारोबारियों की जोरदार खरीदारी रही। वैश्विक बाजार में चांदी की कीमतों में सुधार हुआ था, जिससे भारतीय बाजार में भी इसका असर पड़ा। साथ ही, भारतीय ज्वैलर्स और खरीदारों ने भी बाजार में आकर खरीदारी की, जिससे चांदी के दाम में अचानक वृद्धि हुई।
सोने और चांदी के रेट में गिरावट
जहां एक तरफ चांदी के रेट में जोरदार उछाल आया, वहीं सोने के रेट में गिरावट देखने को मिली। मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर सोने के भाव 191 रुपये घटकर 76,325 रुपये प्रति 10 ग्राम पर आ गए। इससे पहले चांदी के साथ सोने में भी तेजी देखने को मिली थी, लेकिन फिलहाल सोने के रेट में कमी आई है। चांदी की कीमतें अब भी 90,000 रुपये प्रति किलो से नीचे हैं, जबकि मार्च वायदा में चांदी के रेट 603 रुपये गिरकर 89,158 रुपये प्रति किलोग्राम पर कारोबार कर रहे हैं।
मोतीलाल ओसवाल की चांदी पर रिपोर्ट
मोतीलाल ओसवाल प्राइवेट वेल्थ (MOPW) ने हाल ही में चांदी पर एक रिपोर्ट जारी की है। रिपोर्ट में कहा गया है कि चांदी का प्रदर्शन 1990 से लेकर 31 अक्टूबर 2024 तक अस्थिर रहा है, लेकिन इसका रिटर्न भारतीय इक्विटी बाजार के समान ही रहा है। 1990 से लेकर अक्टूबर 2024 तक चांदी का रिटर्न 26.6 फीसदी है, जो शेयर बाजार के औसत रिटर्न (26.8 फीसदी) के लगभग बराबर है।
इस रिपोर्ट से यह संकेत मिलता है कि चांदी में निवेश के लिए लंबी अवधि में अच्छा रिटर्न मिल सकता है, हालांकि यह उतार-चढ़ाव के साथ होगा। ऐसे में अगर कोई निवेशक लंबी अवधि के लिए चांदी में निवेश करने की सोच रहा है, तो यह रिपोर्ट उसे सही दिशा दे सकती है।
चांदी में भविष्य की संभावनाएं
चांदी की कीमतों में आई हालिया तेजी के बावजूद, कई कमोडिटी एक्सपर्ट्स का मानना है कि चांदी में आगे और भी तेजी देखने को मिल सकती है। एमसीएक्स पर चांदी के भाव 1 लाख रुपये प्रति किलोग्राम के पार भी जा सकते हैं, जैसा कि धनतेरस के मौके पर देखा गया था। 29 अक्टूबर को चांदी 1 लाख रुपये के स्तर को पार कर गई थी, जिससे यह संकेत मिलता है कि चांदी के भाव में आगे भी तेजी आ सकती है।
विशेषज्ञों के अनुसार, चांदी में मौजूदा रेट्स पर भी खरीदारी के मौके हैं। चांदी का औसत रिटर्न दिखा रहा है कि आने वाले समय में इसमें बड़ा उछाल हो सकता है। खासकर उन निवेशकों के लिए जो चांदी को सुरक्षित निवेश मानते हैं, उनके लिए यह एक अच्छा अवसर हो सकता है।
क्या चांदी में निवेश करना सही है?
यह सवाल कई निवेशकों के मन में उठता है, खासकर जब चांदी की कीमतों में इस तरह का उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा हो। चांदी में निवेश करना एक लाभकारी विकल्प हो सकता है, लेकिन यह जोखिम के साथ आता है। निवेशकों को बाजार की अस्थिरता को ध्यान में रखते हुए ही निवेश करना चाहिए।
आगे चलकर यदि चांदी के भाव 1.25 लाख रुपये प्रति किलोग्राम तक जाते हैं, तो निवेशकों को अच्छा रिटर्न मिल सकता है। हालांकि, इसमें किसी भी प्रकार का निवेश करने से पहले विशेषज्ञों की सलाह लेना और बाजार की स्थिति पर ध्यान देना जरूरी है।
1. चांदी के भाव में इस समय क्या उतार-चढ़ाव हो रहा है?
हाल ही में चांदी में 5200 रुपये का उछाल आया है, जिससे इसकी कीमत 95,800 रुपये प्रति किलोग्राम तक पहुंच गई है।
2. क्या सोने और चांदी के रेट में समान बदलाव हो रहा है?
नहीं, हाल ही में सोने के रेट में गिरावट देखी गई है, जबकि चांदी के भाव में वृद्धि हुई है।
3. क्या चांदी में निवेश करना सही रहेगा?
चांदी में निवेश का एक अच्छा मौका हो सकता है, क्योंकि विशेषज्ञों का मानना है कि चांदी के भाव आने वाले समय में और बढ़ सकते हैं।
4. चांदी की कीमतों में इतनी तेजी क्यों आई?
वैश्विक रुख में सुधार और स्थानीय आभूषण कारोबारियों की खरीदारी के कारण चांदी के दाम में तेजी आई है।
5. मोतीलाल ओसवाल की रिपोर्ट में चांदी के बारे में क्या कहा गया है?
रिपोर्ट में कहा गया है कि चांदी का रिटर्न भारतीय इक्विटी के समान रहा है और इसे एक अस्थिर निवेश माना गया है।
6. क्या चांदी के भाव 1 लाख रुपये प्रति किलोग्राम तक पहुंच सकते हैं?
विशेषज्ञों का मानना है कि चांदी के भाव आने वाले समय में 1 लाख रुपये प्रति किलोग्राम तक जा सकते हैं।