पोस्ट ऑफिस ने अपने ग्राहकों के लिए एक शानदार निवेश स्कीम पेश की है जिसे मंथली इनकम स्कीम (MIS) कहा जाता है। यह स्कीम उन लोगों के लिए विशेष रूप से फायदेमंद है जो बिना किसी जोखिम के हर महीने एक गारंटीड आय की चाह रखते हैं। इस स्कीम में निवेश करने पर बाजार के उतार-चढ़ाव का कोई असर नहीं होता, क्योंकि यह सरकार द्वारा सुरक्षित और गारंटीड है। अगर आप हर महीने ब्याज के रूप में ₹9250 तक की आय चाहते हैं तो यह स्कीम आपके लिए एक बेहतरीन विकल्प हो सकती है।
कौन खोल सकता है MIS खाता?
पोस्ट ऑफिस की मंथली इनकम स्कीम में खाता खुलवाना काफी आसान है। इसके तहत कोई भी भारतीय नागरिक जिसकी उम्र 10 साल से अधिक है, खाता खोल सकता है। यहां तक कि 10 साल से कम उम्र के बच्चे के नाम पर भी खाता खोला जा सकता है, लेकिन उस स्थिति में बच्चे के माता-पिता या गार्जन खाता ऑपरेट करेंगे। इसमें एक या दो लोगों का जॉइंट अकाउंट भी खुलवाया जा सकता है, जिसे बाद में सिंगल अकाउंट में या सिंगल अकाउंट को जॉइंट में बदला जा सकता है।
जमा राशि का निर्धारण
पोस्ट ऑफिस की इस स्कीम में निवेश की न्यूनतम राशि ₹1,000 है। एक सिंगल अकाउंट में अधिकतम ₹9 लाख और जॉइंट अकाउंट में ₹15 लाख तक का निवेश किया जा सकता है। इसमें किया गया निवेश सरकारी गारंटी के तहत पूरी तरह सुरक्षित होता है।
ब्याज दर और आय की गणना
मौजूदा समय में पोस्ट ऑफिस मंथली इनकम स्कीम (MIS) पर 7.4% प्रति वर्ष की दर से ब्याज दिया जा रहा है। यह ब्याज दर 01 जनवरी 2024 से 31 मार्च 2024 तक मान्य रहेगी। सरकार द्वारा हर तिमाही में ब्याज दरों की समीक्षा और बदलाव किया जा सकता है। इस स्कीम में मासिक आधार पर ब्याज का भुगतान किया जाता है, जिससे निवेशक हर महीने एक निश्चित आय प्राप्त कर सकते हैं।
उदाहरण के लिए:
अगर आपने जॉइंट अकाउंट में ₹15 लाख का निवेश किया है, तो आपको 7.4% ब्याज दर के आधार पर सालाना ₹1,11,000 ब्याज मिलेगा। इसे 12 महीनों में विभाजित करें तो यह हर महीने ₹9250 की आय होगी।
मैच्योरिटी और निकासी के नियम
इस स्कीम की मैच्योरिटी अवधि 5 साल है। हालाँकि, अगर आप 5 साल से पहले पैसे निकालना चाहते हैं, तो कुछ शर्तें लागू होती हैं। एक साल के बाद और तीन साल से पहले निकासी पर जमा राशि का 2% डिडक्शन चार्ज लगेगा, जबकि तीन साल बाद निकासी करने पर 1% राशि काटी जाएगी। इन नियमों के चलते निवेशकों को अपने फंड को निर्धारित अवधि के लिए रखना आवश्यक होता है।
टैक्सेशन और टैक्स बेनिफिट्स
पोस्ट ऑफिस मंथली इनकम स्कीम (MIS) के तहत अर्जित ब्याज पूरी तरह टैक्सेबल होता है और इस पर टैक्स बेनिफिट नहीं मिलता। लेकिन, एक अच्छी बात यह है कि इस स्कीम में अर्जित ब्याज पर TDS (टैक्स डिडक्टेड एट सोर्स) नहीं कटता। इसलिए निवेशक को अपने टैक्स की योजना बनाते समय इस स्कीम में अर्जित ब्याज को अपनी कुल आय में जोड़कर स्वयं टैक्स भरना होगा।
खाता खोलने की प्रक्रिया
पोस्ट ऑफिस मंथली इनकम स्कीम (MIS) में खाता खोलना काफी सरल है। इसके लिए आपको अपने नजदीकी पोस्ट ऑफिस में जाना होगा और MIS अकाउंट ओपनिंग फॉर्म भरना होगा। इसके साथ पहचान पत्र (आधार कार्ड, पैन कार्ड आदि) और निवास प्रमाण पत्र की आवश्यकता होती है। फॉर्म और दस्तावेज जमा करने के बाद आप नकद, चेक, या मनी ऑर्डर के माध्यम से आवश्यक राशि जमा कर सकते हैं। खाता खुलने के बाद आपको हर महीने की निश्चित तारीख पर ब्याज के रूप में आय प्राप्त होती है।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)
1. पोस्ट ऑफिस की मंथली इनकम स्कीम (MIS) क्या है?
मंथली इनकम स्कीम (MIS) पोस्ट ऑफिस की एक निवेश योजना है जो गारंटीड मासिक आय प्रदान करती है और सरकार द्वारा सुरक्षित होती है।
2. क्या इसमें निवेश किए गए पैसे पर कोई जोखिम है?
नहीं, इस स्कीम में निवेश किया गया पैसा पूरी तरह सरकारी गारंटी के साथ सुरक्षित होता है और बाजार के उतार-चढ़ाव का कोई असर नहीं पड़ता।
3. क्या मंथली इनकम स्कीम (MIS) में टैक्स बेनिफिट मिलता है?
नहीं, इस स्कीम में अर्जित ब्याज पर कोई टैक्स बेनिफिट नहीं मिलता, लेकिन TDS नहीं काटा जाता।
4. क्या खाता खोलने के लिए कोई न्यूनतम आयु सीमा है?
हाँ, खाता खोलने के लिए न्यूनतम आयु सीमा 10 वर्ष है। 10 वर्ष से कम आयु के बच्चों के लिए खाता उनके माता-पिता या गार्जन द्वारा ऑपरेट किया जा सकता है।
5. क्या मैच्योरिटी से पहले राशि निकाली जा सकती है?
हाँ, मैच्योरिटी से पहले राशि निकाली जा सकती है, लेकिन उस पर कुछ पेनल्टी चार्ज लगेगा।