किसी दो देशों के मध्य रिश्ते खत्म होने के उसके देशों के राजनैतिक संबंधों पर सबसे ज्यादा प्रभाव पड़ता है। ऐसे में दोनों देशों के बीच कई प्रकार की समस्याएं उत्पन्न हो जाती है। ऐसे में दोनों देशों के दूतावासों को बंद कर दिया जाता है, साथ ही इस से जुड़ी सभी सेवाओं को भी बंद कर दिया जाता है। इसमें आम नागरिकों को भी कुछ समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
किसी देश से रिश्ते खत्म होने पर राजनैतिक संबंध
दो देशों के रिश्ते खराब होने से वहाँ आम नागरिकों को मिलने वाली सेवाएं बंद कर दी जाती है, ऐसे में आम नागरिकों को वीजा, पासपोर्ट एवं अन्य काउंसलर सेवाएं प्राप्त करना कठिन हो जाती है। ऐसे में दोनों देशों के बीच राजनैतिक संबंध, आर्थिक संबंध आदि पर प्रभाव पड़ता है। ऐसे में नागरिकों को समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
आर्थिक संबंधों पर असर
जब दो देशों के रिश्ते खत्म हो जाते हैं, तो ऐसे में देशों के माध्यम आर्थिक संबंधों पर भी प्रभाव पड़ता है, ऐसे में दोनों देशों के बीच व्यापारिक संबंध लगभग पूरी तरह से खत्म हो जाते हैं, आयात-निर्यात की प्रक्रियाएं भी बंद हो जाती है। ऐसे में दोनों देशों के बाजार में भी प्रभाव देखा जा सकता है।
देशों में निवेश और समझौते पर प्रभाव
जब दोनों देशों के मध्य रिश्ते खत्म हो जाते हैं तो ऐसे में अन्य देशों की कंपनियां ऐसे देशों में निवेश नहीं करती हैं, ऐसे में दोनों देशों को आर्थिक स्थिति भी बिगड़ जाती है, और उन्हें किसी प्रकार की आर्थिक सहायता भी प्राप्त नहीं होती है। ऐसे में लंबे समय तक दोनों देशों की अर्थव्यवस्थाओं में गिरावट आ जाती है।
सुरक्षा एवं सामरिक संबंधों पर प्रभाव
दो देशों के मध्यम संबंधों के खत्म हो जाने पर उनके बीच सुरक्षा से जुड़े संबंध भी खत्म कर दिए जाते हैं, सामरिक सहयोग में भी कमी देखी जाती है। ऐसे में दोनों देशों के माध्यम किसी प्रकार का सैन्य अभ्यास, खुफिया जानकारी का आदान-प्रदान एवं आतंकवाद को खत्म करने की सभी प्रकार की मुहिम खत्म हो जाती हैं।
ऐसे में तनाव की स्थिति भी पैदा हो जाती है, बॉर्डर एरिया में भी तनाव बना रहता है, ऐसे में युद्ध के आसार भी बन सकते हैं। साथ ही ऐसे देशों के मध्यम सांस्कृतिक एबम शैक्षिक सहयोग भी बंद जो जाता है। ऐसे में किसी दो देशों के मध्य संबंध खराब होने या खत्म होने पर दोनों देशों की आम जनता पर प्रभाव पड़ता है।
क्यों हैं चर्चा में?
हाल ही में भारत एवं कनाडा (India Canada) के बीच के संबंध बिगड़ते हुए देखने को मिल रहे हैं, जिसका कारण खलिस्तान समर्थक हरदीप सिंह निजजर की हत्या को बताया गया है। कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो द्वारा कहा गया है, कि निजजर की हत्या में भारत के एजेंट शामिल थे। इस बयान के आने के बाद से संबंध बिगड़ते हुए दिख रहे हैं।
ऐसे में अब अमेरिका नके नये विभाग ने निज्जर की हत्या करने के लिए कथित रूप से भारतीय मूल के सरकारी कर्मचारी विकास यादव पर आरोप लगा दिए हैं। ऐसे में अब दोनों देशों के बीच विवाद बढ़ गया है। ऐसे में सोशल मीडिया की चर्चाओं में कहा जा रहा है कि अगर ऐसा ही चलता रहा तो दोनों देशों के बीच संबंध खत्म हो सकते हैं।