देश में यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) के बढ़ते उपयोग के साथ-साथ UPI फ्रॉड के मामले भी तेजी से बढ़े हैं। वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने हाल ही में संसद में एक सवाल के जवाब में बताया कि 2023 के पहले छह महीनों (अप्रैल से सितंबर) के दौरान UPI फ्रॉड के मामलों में 85 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। इस दौरान कुल ₹485 करोड़ का नुकसान हुआ है, जो कि एक चिंताजनक आंकड़ा है।
UPI फ्रॉड में बढ़ोतरी, क्या हैं मुख्य कारण?
UPI, जो डिजिटल भुगतान में एक क्रांतिकारी बदलाव लेकर आया है, के जरिए अब लोग आसानी से और तेजी से पैसे ट्रांसफर कर सकते हैं। वहीं, इस वृद्धि के साथ-साथ UPI फ्रॉड्स के मामलों में भी भारी वृद्धि हुई है। पिछले साल से तुलना करें तो इनकी संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। यह फ्रॉड्स मुख्य रूप से धोखाधड़ी, स्कैम कॉल्स और फिशिंग हमलों के कारण होते हैं। कई बार फर्जी लिंक, मालीशियस ऐप्स या गलत जानकारी देकर यूजर्स को ठगा जाता है।
आंकड़ों के मुताबिक, UPI फ्रॉड के मामलों में वृद्धि मुख्य रूप से तकनीकी और साइबर अपराधों में बढ़ोतरी के कारण हो रही है। साइबर अपराधी अब यूजर्स को स्मार्टफोन के जरिए अपना निशाना बना रहे हैं। कभी-कभी ये अपराधी UPI के नाम पर फर्जी कॉल्स और SMS भेजते हैं, जिसमें यूजर्स को एक लिंक पर क्लिक करने को कहा जाता है। यह लिंक पूरी तरह से एक धोखाधड़ी होती है, जो यूजर्स के अकाउंट से पैसे उड़ा लेती है।
आंकड़ों में क्या कहते हैं वित्त मंत्रालय के डेटा?
वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने जो आंकड़े संसद में प्रस्तुत किए, उनके अनुसार, अप्रैल से सितंबर 2023 तक भारत में कुल ₹485 करोड़ का नुकसान हुआ। इस अवधि में UPI फ्रॉड के मामलों में 85 फीसदी का इजाफा हुआ। पहले के मुकाबले अब UPI के जरिए अधिक पैसा ट्रांसफर हो रहा है, जिसकी वजह से साइबर अपराधियों के लिए इसे हैक करना और यूजर्स को ठगना और भी आसान हो गया है।
मंत्रालय ने बताया कि जिन लोगों ने धोखाधड़ी की घटनाओं की रिपोर्ट की है, उनकी संख्या में भी बढ़ोतरी हुई है। हालांकि, सरकार इन मामलों को गंभीरता से ले रही है और इसे रोकने के लिए सख्त कदम उठाने की योजना बना रही है।
UPI फ्रॉड से बचने के उपाय
- कभी भी किसी अनजान कॉलर से UPI के बारे में जानकारी न दें और न ही कोई लिंक क्लिक करें।
- केवल भरोसेमंद और ऑथेंटिक वेबसाइट्स और ऐप्स से ही ट्रांजेक्शन करें।
- जब भी UPI का उपयोग करें, तो दो-फैक्टर ऑथेंटिकेशन (2FA) का उपयोग करें, जिससे आपका अकाउंट और सुरक्षित रहेगा।
- अपने UPI अकाउंट और बैंक स्टेटमेंट की नियमित रूप से जांच करते रहें, ताकि किसी भी अज्ञात ट्रांजेक्शन का पता चल सके।
सरकार क्या कदम उठा रही है?
सरकार ने साइबर सुरक्षा को लेकर कई सख्त कदम उठाने की योजना बनाई है। इसके तहत UPI प्लेटफॉर्म्स और बैंकिंग सेक्टर को डिजिटल धोखाधड़ी से निपटने के लिए और अधिक मजबूत बनाया जाएगा। इसके अतिरिक्त, यूजर्स को डिजिटल फ्रॉड के प्रति जागरूक करने के लिए विभिन्न अभियानों की भी शुरुआत की जाएगी। इसके अलावा, साइबर पुलिस और बैंकिंग सिस्टम के बीच बेहतर तालमेल बनाने के प्रयास किए जा रहे हैं, ताकि फास्ट ट्रैक पर फ्रॉड मामलों की जांच की जा सके।
भविष्य में क्या उम्मीदें हैं?
विशेषज्ञों का कहना है कि अगर ऐसे ही फ्रॉड के मामले बढ़ते गए, तो इससे UPI की लोकप्रियता पर असर पड़ सकता है। हालांकि, यह भी सच है कि UPI का इन्फ्रास्ट्रक्चर और सुरक्षा पहले से बेहतर हो रही है, और समय के साथ साइबर सुरक्षा में सुधार हो सकता है।
आखिरकार, UPI सिस्टम का उद्देश्य डिजिटल इंडिया के सपने को साकार करना है, और इसके लिए जरूरी है कि इसे और सुरक्षित बनाया जाए। इसके लिए सभी संबंधित पक्षों को मिलकर काम करना होगा।
1. UPI फ्रॉड क्या है?
UPI फ्रॉड वह धोखाधड़ी है जिसमें साइबर अपराधी UPI के जरिए पैसे चुराने के लिए यूजर्स से गलत जानकारी या फर्जी लिंक प्राप्त करते हैं।
2. 2023 में UPI फ्रॉड के मामलों में कितनी वृद्धि हुई है?
2023 में UPI फ्रॉड के मामलों में 85 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है, और इस दौरान ₹485 करोड़ का नुकसान हुआ है।
3. UPI फ्रॉड से बचने के लिए कौन से कदम उठाए जा सकते हैं?
UPI फ्रॉड से बचने के लिए यूजर्स को फर्जी कॉल्स से सावधान रहना चाहिए, ऑथेंटिक वेबसाइट्स का ही इस्तेमाल करना चाहिए, और दो-फैक्टर ऑथेंटिकेशन का पालन करना चाहिए।
4. क्या सरकार इस समस्या को लेकर कदम उठा रही है?
हां, सरकार साइबर सुरक्षा को लेकर सख्त कदम उठा रही है और UPI फ्रॉड से निपटने के लिए जागरूकता अभियान चला रही है।
5. UPI फ्रॉड के मामलों में वृद्धि के कारण क्या हैं?
UPI फ्रॉड के मामलों में वृद्धि के मुख्य कारण साइबर अपराधियों की बढ़ती सक्रियता, फर्जी कॉल्स, और लिंक भेजकर ठगी करना हैं।
6. क्या भविष्य में UPI सुरक्षित रहेगा?
जी हां, सरकार और बैंकिंग सेक्टर मिलकर UPI को और अधिक सुरक्षित बनाने के लिए लगातार काम कर रहे हैं, जिससे भविष्य में UPI के इस्तेमाल को और सुरक्षित बनाया जा सके।
7. UPI के माध्यम से कितनी धनराशि का नुकसान हुआ है?
अप्रैल से सितंबर 2023 तक UPI फ्रॉड से ₹485 करोड़ का नुकसान हुआ है।
8. UPI के सुरक्षित उपयोग के लिए क्या सावधानियां बरतनी चाहिए?
सुरक्षित UPI उपयोग के लिए यूजर्स को भरोसेमंद ऐप्स का ही इस्तेमाल करना चाहिए, और किसी भी अनजान लिंक पर क्लिक करने से बचना चाहिए।