आज के समय में सेविंग अकाउंट न केवल पैसे सुरक्षित रखने का माध्यम है बल्कि ब्याज कमाने का भी बेहतरीन साधन बन चुका है। आरबीआई (RBI) के नए निर्देशों और बैंकों की खास सुविधाओं, जैसे स्वीप इन एफडी (Sweep in FD), के चलते अब सेविंग अकाउंट पर एफडी (Fixed Deposit) के बराबर ब्याज प्राप्त किया जा सकता है।
सेविंग अकाउंट और डिजिटल बैंकिंग का बढ़ता महत्व
डिजिटल युग में सेविंग अकाउंट केवल पैसे जमा करने का स्थान नहीं है, बल्कि यह आपको आसान ट्रांजैक्शन की सुविधा भी देता है। डेबिट कार्ड, इंटरनेट बैंकिंग, यूपीआई (UPI) और डिजिटल वॉलेट्स जैसी सेवाओं ने कैशलेस ट्रांजैक्शन को बढ़ावा दिया है।
इसके साथ ही, सेविंग अकाउंट पर मिलने वाला ब्याज, भले ही एफडी के मुकाबले कम हो, फिर भी आपके जमा पैसे पर रिटर्न सुनिश्चित करता है। लेकिन अब, स्वीप इन एफडी जैसी सुविधाओं से आप सेविंग अकाउंट में रखे पैसों से ज्यादा ब्याज कमा सकते हैं।
क्या है स्वीप इन एफडी (Sweep in FD)?
स्वीप इन एफडी एक ऑटोमेटेड सेवा है, जिसमें आपके सेविंग अकाउंट में पड़ी अतिरिक्त राशि को स्वतः ही एफडी में ट्रांसफर कर दिया जाता है। यह सेवा उन ग्राहकों के लिए बेहद उपयोगी है, जो अपने खाते में एक न्यूनतम राशि से अधिक पैसा रखते हैं।
इस सुविधा के तहत, बैंक आपको यह तय करने की आजादी देता है कि आपके खाते में कितनी राशि बची रहेगी। इससे अधिक राशि एफडी में बदल दी जाती है, जिससे आपको एफडी के बराबर ब्याज मिलता है और जरूरत पड़ने पर पैसे तुरंत निकाले भी जा सकते हैं।
स्वीप इन एफडी के फायदे
स्वीप इन एफडी से आपको सेविंग अकाउंट से अधिक ब्याज मिलता है। यह दर एफडी के बराबर हो सकती है।
आपके पैसे एफडी में रहते हुए भी आसानी से निकाले जा सकते हैं।
अतिरिक्त राशि अपने आप एफडी में ट्रांसफर हो जाती है।
आपकी जमा राशि पर अधिक ब्याज मिलता है, जिससे निवेश के साथ सुरक्षा भी सुनिश्चित होती है।
कौन-कौन से बैंक देते हैं स्वीप इन एफडी सुविधा?
भारत के प्रमुख बैंक स्वीप इन एफडी की सेवा प्रदान करते हैं। यहां कुछ बैंकों की ब्याज दरें दी गई हैं:
एचडीएफसी बैंक – 4.50% से 7.25% तक
येस बैंक – 4.75% से 7% तक
एक्सिस बैंक – 5.75% से 7% तक
आईसीआईसीआई बैंक – 4.50% से 6.90% तक
केनरा बैंक – 50% से 6.70% तक
एसबीआई – 4.75% से 6.50% तक
बैंक ऑफ बड़ौदा – 5.50% से 6.50% तक
पंजाब नेशनल बैंक – 4.50% से 6.50% तक
इंडियन बैंक – 3.50% से 6.10% तक
सीनियर सिटीजन्स के लिए खास ऑफर्स
सीनियर सिटीजन्स को स्वीप इन एफडी पर अतिरिक्त 50 बेसिक प्वाइंट का ब्याज मिलता है। यह दर 7.75% तक जा सकती है। इससे उनकी बचत पर अधिक रिटर्न मिलता है और उनकी वित्तीय सुरक्षा बढ़ती है।
क्यों फायदेमंद है स्वीप इन एफडी?
स्वीप इन एफडी उन लोगों के लिए सबसे अच्छा विकल्प है, जो अपनी बचत पर अधिक ब्याज चाहते हैं लेकिन पैसे की लिक्विडिटी बनाए रखना चाहते हैं। यह सुविधा आपको एफडी की ब्याज दर का लाभ देती है और साथ ही सेविंग अकाउंट की तरह आसानी से पैसा निकालने की अनुमति भी देती है।
FAQ: सेविंग अकाउंट पर ब्याज और स्वीप इन एफडी
Q1: स्वीप इन एफडी क्या है?
स्वीप इन एफडी एक ऑटोमेटेड सुविधा है, जिसमें आपके सेविंग अकाउंट में अतिरिक्त राशि एफडी में ट्रांसफर हो जाती है।
Q2: स्वीप इन एफडी का मुख्य लाभ क्या है?
इससे आप एफडी के बराबर ब्याज प्राप्त कर सकते हैं और जरूरत पड़ने पर पैसा आसानी से निकाल सकते हैं।
Q3: कौन-कौन से बैंक स्वीप इन एफडी की सुविधा देते हैं?
एचडीएफसी बैंक, येस बैंक, एक्सिस बैंक, एसबीआई, केनरा बैंक जैसे प्रमुख बैंक यह सुविधा प्रदान करते हैं।
Q4: स्वीप इन एफडी पर ब्याज दर कितनी है?
ब्याज दर 4.50% से 7.75% तक हो सकती है, जो बैंक और ग्राहक की श्रेणी पर निर्भर करती है।
Q5: सीनियर सिटीजन्स को अतिरिक्त लाभ कैसे मिलता है?
सीनियर सिटीजन्स को स्वीप इन एफडी पर 50 बेसिक प्वाइंट का अतिरिक्त ब्याज मिलता है।
Q6: क्या स्वीप इन एफडी में पैसा लॉक हो जाता है?
नहीं, स्वीप इन एफडी में पैसा लिक्विड रहता है। जरूरत पड़ने पर आप इसे तुरंत निकाल सकते हैं।
Q7: स्वीप इन एफडी के लिए क्या कोई न्यूनतम राशि चाहिए?
हां, बैंक आमतौर पर न्यूनतम राशि निर्धारित करते हैं, जिसके बाद अतिरिक्त पैसा एफडी में ट्रांसफर होता है।
Q8: क्या यह सुविधा सभी ग्राहकों के लिए उपलब्ध है?
हां, स्वीप इन एफडी सुविधा लगभग सभी प्रकार के खाताधारकों के लिए उपलब्ध है।