सरकार हर वर्ग को ध्यान में रखते हुए योजनाएं संचालित करती है, और इस बार महिलाओं के लिए एक नई पहल के रूप में सखी योजना चर्चा में है। इस स्कीम के तहत देशभर की लगभग 30,000 महिलाओं को 4000 रुपए प्रति माह सीधे उनके खातों में ट्रांसफर किए जाएंगे। सरकार ने इस स्कीम को आत्मनिर्भर भारत के लक्ष्य को साकार करने के लिए पहले ही लागू किया था, लेकिन जागरूकता की कमी के कारण इसका लाभ सीमित वर्ग तक ही पहुंच पाया।
क्या है सखी योजना?
सखी स्कीम महिलाओं की आर्थिक स्थिति को मजबूत करने के लिए बनाई गई है। यह स्कीम बिजनेस कॉरेस्पॉन्डेन्ट सखी (Business Correspondent Sakhi) के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों में बैंकिंग सेवाओं को पहुंचाने का लक्ष्य रखती है। सखियों को ट्रेनिंग दी जाती है ताकि वे अन्य ग्रामीण महिलाओं को बैंकिंग सेवाओं और वित्तीय साक्षरता के प्रति जागरूक कर सकें। इसके बदले सरकार इन्हें मानदेय के रूप में 4000 रुपए प्रति माह प्रदान करती है।
योजना का उद्देश्य न केवल महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाना है, बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों में बैंकिंग सेवाओं की पहुंच को भी सुगम बनाना है। इसके अलावा, सखियों को कमीशन का भी प्रावधान है, जिससे वे हर महीने 10,000 रुपए या उससे अधिक कमा सकती हैं।
योजना की मौजूदा स्थिति
इस समय पूरे देश में 30,000 बिजनेस कॉरेस्पॉन्डेन्ट सखी काम कर रही हैं। सरकार ने इस स्कीम का विस्तार करते हुए 60,000 महिलाओं को रोजगार देने का लक्ष्य रखा है। दिसंबर महीने में सभी सखियों के खातों में 4000 रुपए ट्रांसफर किए जाने की घोषणा से महिलाओं में उत्साह है।
कमीशन का प्रावधान और रोजगार के अवसर
स्कीम से जुड़ी महिलाएं केवल मानदेय पर निर्भर नहीं हैं। उन्हें बैंकिंग सेवाओं पर कमीशन का लाभ मिलता है, जो उनकी आय को बढ़ाता है। हालांकि, इसके लिए महिलाओं को सक्रिय रूप से कार्य करना होगा। यह योजना महिलाओं को न केवल आत्मनिर्भर बनाती है, बल्कि उन्हें समाज में सम्मानित स्थान भी प्रदान करती है।
1. सखी योजना में कैसे शामिल हों?
इसके लिए इच्छुक महिलाएं अपने क्षेत्र के स्थानीय प्रशासन या बैंक से संपर्क कर सकती हैं।
2. स्कीम से जुड़ने पर कितनी आय होगी?
महिलाओं को हर महीने 4000 रुपए का मानदेय मिलता है, साथ ही कमीशन के माध्यम से 10,000 रुपए या उससे अधिक कमा सकती हैं।
3. क्या सखी योजना केवल ग्रामीण महिलाओं के लिए है?
हां, यह स्कीम मुख्य रूप से ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाओं के लिए बनाई गई है।
4. ट्रेनिंग की सुविधा कौन देगा?
सरकार की ओर से मान्यता प्राप्त ट्रेनिंग सेंटर महिलाओं को आवश्यक प्रशिक्षण प्रदान करेंगे।
सखी योजना महिलाओं को आर्थिक सशक्तिकरण और आत्मनिर्भरता की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह स्कीम न केवल उनकी आय को बढ़ाती है, बल्कि उन्हें समाज में नई पहचान भी देती है। सरकार की इस पहल से लाखों महिलाओं का जीवन बदल सकता है, बशर्ते वे सक्रिय रूप से स्कीम से जुड़ें और इसका लाभ उठाएं।