TRAI (Telecom Regulatory Authority of India) द्वारा इस साल 1 सितंबर से नागरिकों को फेक एवं स्पैम कॉल्स से सुरक्षित रखने के लिए नए नियम जारी किए हैं। ऐसे में अब यूजरों को इस प्रकार की कॉल्स एवं मैसेज से निजात प्राप्त हो सकती है। साथ ही टेलिकॉम सेक्टर को भी मजबूत बनाया जा सकता है।
जानें क्या है नए नियम?
आज के समय में फेक एवं स्पैम कॉल से हर कोई परेशान है, ऐसे में अब TRAI द्वारा जारी किए गए नए नियमों के कारण इस प्रकार के कॉल्स को रोका जा रहा है। ऐसे में उपभोक्ताओं एवं टेलिकॉम सेक्टर दोनों को ही सुरक्षा प्रदान हो रही है।
फेक कॉल्स पर सख्त नया नियम
TRAI के नए नियमों के अनुसार यदि कोई यूजर अपने प्राइवेट नंबर से टेलीमार्केटिंग कॉल्स करता है तो ऐसे में उसके मोबाइल नंबर को 2 साल के लिए ब्लैकलिस्ट कर दिया जाएगा। इस नए नियम के जारी होने से ऐसे यूजरों को राहत पहुंची है तो जो फेक कॉल्स से परेशान है।
नए मोबाइल नंबर की सीरीज
दूर संचार विभाग द्वारा अब फ्रॉड एवं स्कैम को रोकने के लिए 160 वाली नई मोबाइल नंबर सीरीज को लांच किया है। ऐसे में बैंकिंग एवं इंश्योरेंश सेक्टर के प्रमोशन, कॉल्स एवं मैसेज भेजने के लिए इस सीरीज के नंबर का प्रयोग करना आवश्यक होगा। ऐसे में आम यूजर आसानी से नंबर को पहचान सकते हैं।
उपभोक्ताओं की सुरक्षा को प्राथमिकता
भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण TRAI ने ये नए नियम आम नागरिकों को धोखाधड़ी एवं स्कैम से बचाने के लिए लागू किए हैं। साथ ही टेलिकॉम कंपनियों को भी सख्त चेतावनी दी है कि वे इन नए नियमों का पालन करें। यदि वे ऐसा नहीं करते हैं तो उन पर सख्त कार्यवाही की जाएगी।
औटोमेटिक एवं रोबोटिक कॉल्स पर रोक
TRAI द्वारा लागू किए गए नए नियम के माध्यम से अब AI जनरेटेड कॉल्स एवं मैसेज को भी रोका जा सकेगा। ऐसे में इस प्रकार के कॉल्स को प्रयोग करने वाली टेलीमार्केटिंग कंपनी पर भी सख्त कार्यवाही की जाएगी।
TRAI के नए नियमों का तगड़ा असर
TRAI के नए नियमों का तगड़ा असर देखा जा सकता है, सब स्कैम एवं फ्रॉड कॉल्स की संख्या कम हो गई है। इसे आम नागरिक भी खुद अनुभव कर रहे हैं, पहले जहां 20 फ्रॉड कॉल्स आते थे, अब कोई भी फेक कॉल्स नहीं प्राप्त होता है। ऐसे में इन नए नियमों का टेलिकॉम सेक्टर पर तगड़ा असर रहा है, इसका लाभ आम यूजर को प्राप्त हो रहा है।