केंद्र सरकार ने हाल ही में अपने पेंशनभोगियों के लिए एक महत्वपूर्ण घोषणा की है। अब 80 वर्ष या उससे अधिक उम्र के पेंशनभोगियों को उनकी मौलिक पेंशन में 20% से लेकर 100% तक की अतिरिक्त बढ़ोतरी का लाभ मिलेगा। यह कदम बुजुर्ग पेंशनभोगियों को आर्थिक सहूलियत प्रदान करने और उनकी जीवन गुणवत्ता में सुधार के उद्देश्य से उठाया गया है। महंगाई भत्ते में 3% वृद्धि के बाद, यह निर्णय पेंशनभोगियों के लिए एक और बड़ी राहत साबित होगा।
CCS (पेंशन) नियम 2021 के तहत किया गया संशोधन
कार्मिक, लोक शिकायत और पेंशन मंत्रालय (DOPPW) ने CCS (पेंशन) नियम 2021 के नियम 44 में संशोधन करते हुए यह निर्देश जारी किया है कि पेंशन में यह अतिरिक्त वृद्धि 80 वर्ष की आयु पूरी करने के बाद ही लागू होगी। पहले इस मुद्दे पर असमंजस था कि पेंशन वृद्धि का लाभ 79 वर्ष की आयु पूरा होने पर दिया जाए या 80 वर्ष पर। नए दिशा-निर्देशों ने इस भ्रम को दूर कर दिया है।
उम्र के अनुसार पेंशन वृद्धि
सरकार ने यह स्पष्ट किया है कि पेंशन में बढ़ोतरी उम्र के अनुसार होगी, जो इस प्रकार है:
- 80-85 वर्ष: मौलिक पेंशन का 20% अतिरिक्त।
- 85-90 वर्ष: मौलिक पेंशन का 30% अतिरिक्त।
- 90-95 वर्ष: मौलिक पेंशन का 40% अतिरिक्त।
- 95-100 वर्ष: मौलिक पेंशन का 50% अतिरिक्त।
- 100 वर्ष या उससे अधिक: मौलिक पेंशन का 100% अतिरिक्त।
उदाहरण के तौर पर, अगर किसी पेंशनभोगी का जन्म 20 अगस्त 1944 को हुआ है, तो उसे 1 अगस्त 2024 से उसकी मौलिक पेंशन का 20% अतिरिक्त मिलना शुरू हो जाएगा।
लागू होने की तिथि और दिशानिर्देश
सरकार ने निर्देश दिया है कि अतिरिक्त पेंशन उस महीने की पहली तारीख से लागू होगी, जब पेंशनभोगी संबंधित उम्र पूरी करेगा। सभी सरकारी विभागों और बैंकों को यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं कि योग्य पेंशनभोगियों को यह लाभ समय पर मिले।
यह भी ध्यान दिया गया है कि यह वृद्धि स्वचालित रूप से लागू होगी और इसके लिए किसी प्रकार की अलग प्रक्रिया नहीं अपनानी होगी।
पेंशनभोगियों की मांग: 65 वर्ष से शुरू हो वृद्धि
हालांकि, पेंशनभोगी संगठनों ने सरकार से मांग की है कि यह अतिरिक्त पेंशन लाभ 65 वर्ष की आयु से ही लागू किया जाए। उनका तर्क है कि 80 वर्ष तक पहुंचने वाले पेंशनभोगियों की संख्या बहुत कम होती है, जिससे अधिकांश पेंशनभोगी इस लाभ से वंचित रह जाते हैं। संगठनों का सुझाव है कि 65 वर्ष की आयु से 5% और 70 वर्ष की आयु से 10% की वृद्धि लागू की जाए।
बुजुर्गों के जीवन स्तर में सुधार की उम्मीद
इस निर्णय से न केवल पेंशनभोगियों को आर्थिक मदद मिलेगी, बल्कि उनके जीवन स्तर में भी सुधार होगा। वृद्धावस्था में चिकित्सा और अन्य जरूरतों के लिए अधिक धनराशि की आवश्यकता होती है। ऐसे में यह पेंशन वृद्धि बुजुर्गों के लिए एक सहारा बनेगी।
केंद्र सरकार का उद्देश्य
सरकार का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि पेंशनभोगी सम्मानपूर्वक और आर्थिक रूप से सुरक्षित जीवन जी सकें। महंगाई भत्ते में 3% की वृद्धि और अब पेंशन में यह अतिरिक्त लाभ, दोनों ही सरकार की बुजुर्गों के प्रति संवेदनशीलता को दर्शाते हैं।
1. पेंशन में अतिरिक्त वृद्धि कब से लागू होगी?
यह वृद्धि उस महीने की पहली तारीख से लागू होगी, जब पेंशनभोगी संबंधित उम्र पूरी करेगा।
2. क्या यह लाभ स्वचालित रूप से मिलेगा?
हां, यह लाभ स्वचालित रूप से लागू होगा। पेंशनभोगी को इसके लिए अलग से आवेदन करने की आवश्यकता नहीं है।
3. क्या यह वृद्धि 79 वर्ष की आयु पर लागू होती है?
नहीं, यह वृद्धि 80 वर्ष की आयु पूरी करने के बाद ही लागू होगी।
4. क्या 65 वर्ष की आयु से यह लाभ मिलने की संभावना है?
वर्तमान में यह लाभ केवल 80 वर्ष और उससे अधिक उम्र के पेंशनभोगियों को दिया जाएगा। हालांकि, 65 वर्ष से लागू करने की मांग पर विचार किया जा सकता है।
5. 100 वर्ष से अधिक आयु के पेंशनभोगियों को कितना लाभ मिलेगा?
100 वर्ष या उससे अधिक आयु के पेंशनभोगियों को उनकी मौलिक पेंशन का 100% अतिरिक्त मिलेगा।
6. महंगाई भत्ता (DA) में क्या हाल ही में वृद्धि हुई है?
हां, केंद्र सरकार ने महंगाई भत्ते में 3% की वृद्धि की है।
7. इस वृद्धि का उद्देश्य क्या है?
इस वृद्धि का उद्देश्य बुजुर्ग पेंशनभोगियों को आर्थिक राहत प्रदान करना और उनकी जीवन गुणवत्ता में सुधार लाना है।
8. कौन से नियम के तहत यह संशोधन किया गया है?
यह संशोधन CCS (पेंशन) नियम 2021 के नियम 44 के तहत किया गया है।