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TRAI New Rule: 2 Sim Card करते हैं यूज तो देने होंगे पैसे, जानें TRAI अब क्या करने जा रहा है, आपकी जेब पर इसका क्या असर होगा

TRAI New Rule: ट्राई का नया प्रस्ताव सिम कार्ड पर चार्ज लगाने की बात करता है, खासकर निष्क्रिय सिमों पर। यह कदम मोबाइल नंबरिंग सिस्टम को सुधारने और नंबर की कमी को दूर करने के लिए है। इसके साथ ही प्रीमियम नंबर्स की नीलामी की योजना भी बनाई गई है।

By Akshay Verma
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TRAI New Rule: 2 Sim Card करते हैं यूज तो देने होंगे पैसे, जानें TRAI अब क्या करने जा रहा है, आपकी जेब पर इसका क्या असर होगा

भारतीय टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी (ट्राई) का नया प्रपोजल कुछ मोबाइल यूजर्स को चिंतित करेगा। ट्राई का टेलीकॉम कंपनी को प्रपोजल गया है जोकि सिम को सरकार की प्रॉपर्टी बताता है और इसके ऊपर चार्ज लगाने की बात करता है। यह फैसला खासतौर पर मोबाइल नंबरिंग सिस्टम को ठीक से यूज करना तय करना है। आज के लेख में आपको ट्राई के इस प्रपोजल के मोबाइल उपयोगकर्ताओं पर असर को बताने वाले है।

ट्राई की सिम कार्ड पर चार्ज की तैयारी

ट्राई का ये प्रपोजल मुख्यता मोबाइल नंबरिंग सिस्टम की लिमिट को मद्देनजर रखकर इसके ठीक यूज को तय करना है। अभी देश भर में करीब 1.19 अरब से ज्यादा टेलीफोन के कनेक्शन है और काफी यूजर 2 सिम कार्ड यूज करते है। ऐसे में एक सिम सक्रिय रहता है और दूसरा निष्क्रिय रहता है। ट्राई के प्रपोजल में, अगर किसी यूजर को अपना सिम कार्ड निष्क्रिय रखना हो तो उसको इस सिम कार्ड का चार्ज देना होगा। इस चार्ज को एक बार में या वार्षिक रूप से देना पड़ सकेगा।

ट्राई का कहना है कि मोबाइल नंबर एक लिमिटेड सरकारी प्रॉपर्टी होती है और इसके ठीक यूज को तय करना जरूरी है। टेलीकॉम कंपनी न यूज होने वाले सिम कार्ड को बंद नहीं करती है जोकि देशभर में मोबाइल नंबर की कमी की परेशानी पैदा करती है। इसी परेशानी को दूर करने में ट्राई सिम कार्ड पर चार्ज लगाने का प्रपोजल लाई है।

नंबरिंग सिस्टम सुधारने की कोशिश

ट्राई के इस प्रपोजल को सिर्फ सिम कार्ड तक नहीं रखना है वही मोबाइल फोन और लैंडलाइन नंबर पर भी चार्ज लेने की तैयारी है। इस चार्ज को टेलीकॉम कंपनियों की तरफ से यूजर से लिया जा सकेगा। ट्राई मानती है कि यह एक्शन टेलीकॉम सेक्टर में होने वाले चेंज में आवश्यक है।

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चार्ज वसूलने के प्लान की वजह

टेलीकॉम कंपनियों द्वारा अपने यूजर बेस को बनाकर रखने में इस तरह के सिम कार्ड को बंद नहीं किया जाता है जोकि यूज नहीं हो रहे है। इसमें काफी टाइम से रिचार्ज न होने वाले नंबर भी है। वही नियमानुसार, ज्यादा टाइम से रिचार्ज न होने वाले नंबर को ब्लैकलिस्ट करना होता है। किंतु कंपनियों के इनको ब्लैकलिस्ट न करने से देशभर में मोबाइल नंबर्स की कमी होने लगी है। इसी कारण ये प्रपोजल आया है।

देशभर में सिम कार्ड

मार्च 2024 में देशभर में 1.19 अरब टेलीफोन कनेक्शन है जिनमे से 219.14 मिलियन से ज्यादा ब्लैकलिस्ट होने चाहिए। किंतु न होने से नंबर्स की कमी हो चुकी है। इसी वजह से यह प्रपोजल लाया गया है।

प्रीमियम नंबर्स की नीलामी

इसके साथ ही ट्राई प्रीमियम नंबर्स को नीलाम करने वाली है। ये नीलामी प्रीमियम मोबाइल नंबर्स को 50 हजार रुपए में बेचेगी। ये ऑटोमोटिव इंडस्ट्री की नंबर प्लेट जैसी होगी। यूजर्स को 100 से 300 मोबाइल नंबर्स चुनने होंगे और विजेता को नंबर मिलेगा।

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