दिसंबर 2024 से भारत के बैंक कर्मचारियों को राहत देते हुए एक नई प्रणाली लागू हो सकती है, जिसके तहत वे हफ्ते में 5 दिन काम करेंगे और शनिवार व रविवार को छुट्टियाँ होंगी। भारतीय बैंक्स एसोसिएशन (IBA) और बैंक यूनियनों के बीच हुए एक समझौते के तहत यह प्रस्ताव रखा गया है। इस पहल का मुख्य उद्देश्य कर्मचारियों को बेहतर वर्क-लाइफ बैलेंस प्रदान करना है, ताकि वे अपने व्यक्तिगत और पेशेवर जीवन के बीच संतुलन बनाए रख सकें। फिलहाल, केवल दूसरे और चौथे शनिवार को बैंक बंद रहते हैं, लेकिन इस बदलाव के बाद हर शनिवार और रविवार को बैंक बंद रहेंगे।
नया कार्य समय हुआ जारी
इस प्रस्ताव के अनुसार, बैंकों के कार्य समय में मामूली वृद्धि की जाएगी। जहां पहले बैंक सुबह 9:30 से शाम 5:30 बजे तक काम करते थे, वहीं अब बैंक का नया समय सुबह 9 बजे से शाम 5:40 बजे तक किया जा सकता है। इससे कर्मचारियों के कार्य घंटों में 40 मिनट की बढ़ोतरी होगी। हालांकि, कुछ शाखाओं के लिए सार्वजनिक सेवाओं के समय में कुछ बदलाव हो सकते हैं, जिनका निर्धारण स्थानीय जरूरतों के अनुसार किया जाएगा।
बैंक यूनियनों और IBA के बीच हुआ समझौता
मार्च 2024 में IBA और ऑल इंडिया बैंक ऑफिसर्स कॉन्फेडरेशन (AIBOC) ने संयुक्त रूप से इस प्रस्ताव पर एक नोट जारी किया था, जिसमें हफ्ते में 5 दिन वर्किंग की योजना की जानकारी दी गई थी। AIBOC ने सरकार से आग्रह किया था कि इस प्रस्ताव को जल्द मंजूरी दी जाए। इस समझौते के अनुसार, बैंक कर्मचारियों को सप्ताह में दो दिन की छुट्टी मिलेगी, जो उनके कार्य संतुलन में सुधार लाने और उनकी उत्पादकता को बढ़ावा देने में सहायक होगी। सितंबर 2024 में AIBOC ने सार्वजनिक रूप से वित्त मंत्रालय से इस प्रस्ताव को जल्दी से मंजूरी देने का अनुरोध किया था, ताकि इसे दिसंबर 2024 से लागू किया जा सके।
कर्मचारियों और ग्राहकों पर असर
बैंक कर्मचारियों के लिए यह बदलाव अत्यंत महत्वपूर्ण है। लंबे समय से बैंक कर्मचारी हफ्ते में 5 दिन वर्किंग की मांग कर रहे थे। इससे उन्हें सप्ताहांत पर आराम करने और अपने व्यक्तिगत जीवन में समय बिताने का अवसर मिलेगा, जो उनकी कार्यक्षमता को बढ़ावा देगा। दूसरी ओर, ग्राहकों को भी बैंकिंग ब्रांच के नए कार्य घंटों के अनुसार अपनी योजनाएँ बनाने में सुविधा होगी। ग्राहकों को अपनी लोकल ब्रांच के नए समय के बारे में जानकारी रखना आवश्यक होगा, क्योंकि अलग-अलग शाखाओं में सार्वजनिक सेवा घंटे भिन्न हो सकते हैं।
अंतिम निर्णय और सरकारी भूमिका
इस प्रस्ताव को लागू करने के लिए वित्त मंत्रालय और प्रधानमंत्री कार्यालय की मंजूरी आवश्यक है। सरकार की मंजूरी मिलते ही यह बदलाव भारतीय संगठनों अधिनियम की धारा 25 के तहत आधिकारिक रूप से लागू हो जाएगा। यह अधिनियम बैंकों में सभी शनिवारों को सार्वजनिक छुट्टी घोषित करने का अधिकार प्रदान करता है। सरकार से इस प्रस्ताव को दिसंबर 2024 के अंत तक या 2025 की शुरुआत में लागू करने की उम्मीद की जा रही है।
बैंकिंग क्षेत्र में इस बदलाव का महत्व
यह प्रस्ताव बैंक कर्मचारियों की जीवनशैली और कार्य संतुलन में सुधार लाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। 2015 में इसी प्रकार की मांग के बाद दूसरे और चौथे शनिवार को छुट्टी की घोषणा की गई थी, जो कर्मचारियों के लिए राहत का कदम था। लेकिन अब सभी शनिवारों को छुट्टी देने का प्रस्ताव कर्मचारियों के लिए एक बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है।
यह बदलाव न केवल कर्मचारियों को वर्क-लाइफ बैलेंस देगा बल्कि उन्हें अपने मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य पर ध्यान देने का अवसर भी प्रदान करेगा। इसके अलावा, इससे कर्मचारियों में काम की गुणवत्ता में भी सुधार आने की संभावना है, क्योंकि संतुलित कार्य घंटे और आराम का समय उन्हें अपनी कार्यक्षमता को बनाए रखने में मदद करेंगे।